धनतेरस और दिवाली के दौरान सोने की कीमतें बढ़ रही हैं, लेकिन ओम्नीसाइंस कैपिटल की स्टडी बताती है कि लंबी अवधि में शेयर बाजार में निवेश करना ज्यादा फायदेमंद है। तीन साल या उससे अधिक निवेश करने पर शेयरों से सोने की तुलना में बेहतर रिटर्न और सुरक्षित पूंजी मिलती है।

धनतेरस और दिवाली का फेस्टिव सीजन शुरू हो गया है। यह समय होता है जब सोने की जूलरी और सिक्के घरों में समृद्धि की चमक भरते हैं। परंपरागत रूप से सोना सुरक्षा और शुभता का प्रतीक माना जाता है और त्योहारों में निवेशकों की पहली पसंद होता है। लेकिन ओम्नीसाइंस कैपिटल की नई रिपोर्ट कहती है कि लंबी अवधि में शेयर बाजार सोने से बेहतर रिटर्न देता है। इस समय सोने की कीमत 4,000 डॉलर प्रति औंस (करीब 1,14,761 रुपये प्रति 10 ग्राम) के स्तर पर पहुंच चुकी है। लेकिन OmniScience Capital की स्टडी “Gold’s Glitter vs. Stock’s Sparkle” के अनुसार, 1990 से 2025 के बीच 35 साल के आंकड़े बताते हैं कि Sensex 30 ने औसतन 11.5% वार्षिक रिटर्न दिया, जबकि सोने ने सिर्फ 9.5% रिटर्न दिया। यह 2% का फर्क मामूली दिख सकता है, लेकिन दशकों तक कंपाउंड होने पर निवेशकों की संपत्ति में बड़ा अंतर लाता है।
